THE वशीकरण मंत्र किसे चाहिए DIARIES

The वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Diaries

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इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है.

ॐ नमो आदेश गुरु का एक फूल फूल भर दोना चौंसठ योगिनी ने मिल किया टोना फूल फूल वह फल न जानी हनुमन्त वीर घेर घेर दे आनी जो सूंघे इस फूल की बास उसका जी प्राण हमारे पास सोती होय तो जगाय लाव बैठी होय तो उठाय लाव और देखे जरे बरै, मोहि देखि मोरे पायन परे मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा वाचा वाची से टरे तो कुम्भी नरक में परे।

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥

बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

इस तरीके में, आपको सम्बंधित व्यक्ति के नजीवन में नियमित रूप से उच्चारण करने की आवश्यकता होती है। आपको एक शांतिपूर्वक और ध्यान में रहते हुए मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। व्यक्तिगत वशीकरण का उपयोग करने से पहले, आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके उद्देश्य नैतिक और न्यायसंगत हैं और किसी अन्य व्यक्ति को हानि नहीं पहुंचा रहे हैं।

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यह मंत्र पुरुष को अपने वश में करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, महिला एक पुरुष को अपने प्रति प्रभावित कर सकती है और उसे अपने साथ सम्बंध बनाने में मदद कर सकती है।

वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।

वशीकरण मंत्रों के संबंध में नैतिकता की दृष्टि से यह विषय विवादास्पद है। वशीकरण मंत्रों get more info का उपयोग सचेतीपूर्वक और जिम्मेदारीपूर्वक करना चाहिए। जब आप इन मंत्रों का उपयोग करते हैं, तो इसे अपने नैतिक मानदंड और दूसरों के साथ संबंधित नैतिकता पर परिणामों का ध्यान देना चाहिए। सच्ची संवेदनशीलता, नैतिकता, और उच्चतम मान्यताओं के साथ ही इनका उपयोग करना चाहिए।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना में सावधानी

ॐ नमो आकाश की योगिनी पातालनाग, उठि हनुमंत जी ‘फलानी’ को लाग, परै न निद्रा बैठे न सुख, जोबो देखे न मेरो मुख, तब तक नहिं परै हिये में सुख, लाऊ जो वाकू पियो, मोहि दीखै ठण्डी हो जाय, आवत न काहू दिखाय, आउ आउ मेरे आगे लाउ, न लावै तो गुरु गौरखनाथ की आन।

कामाख्या मंत्र को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस मंत्र को सिद्ध करने वाले साधक के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मंत्र सिद्धि के नियम कठिन हैं इसलिए इसे मजाक में लेना खतरनाक है। इस दिशा में तभी आगे बढ़ना चाहिए जब आत्मविश्वास हो और उपलब्धि के प्रति प्रतिबद्धता हो। साधना के आरंभ में विनियोग, करणे, अंग न्यास करें। इसके बाद ध्यान के लिए अपनी चेतना को देवी के निम्नलिखित अतुलनीय स्वरूप पर केंद्रित करें-

कामाख्याये वरदे देवी नीलपर्वतावासिनी

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